रसायन निर्माता एपिग्रल ने जून तिमाही में 86 करोड़ रुपये के पीएटी के साथ लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष के 32 करोड़ रुपये से अधिक है। यह वृद्धि क्षमता उपयोग में वृद्धि और नई परियोजनाओं के चालू होने के कारण हुई। परिचालन से राजस्व में भी साल-दर-साल 43% की वृद्धि देखी गई।
रसायन निर्माता एपिग्रल ने 31 जुलाई को बताया कि जून तिमाही में उसका कर पश्चात लाभ (पीएटी) पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में दोगुना बढ़कर 86 करोड़ रुपये हो गया। इस मजबूत वृद्धि का श्रेय उच्च क्षमता उपयोग और नई परियोजनाओं के चालू होने को दिया गया।
एपिग्रल ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 32 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ घोषित किया। तिमाही के दौरान कंपनी के परिचालन से राजस्व में साल-दर-साल 43% की वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष के 455 करोड़ रुपये से बढ़कर 651 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी ने यह भी संकेत दिया कि रिपोर्टिंग तिमाही के दौरान वॉल्यूम में साल-दर-साल 29% की वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से क्षमताओं के कुशल उपयोग और नई कमीशन परियोजनाओं से योगदान के कारण हुई। इसके अतिरिक्त, विशेष रसायन व्यवसाय में डेरिवेटिव से राजस्व में एक साल पहले के 37% की तुलना में 53% की वृद्धि हुई। एपिग्रल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मौलिक पटेल ने कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कंपनी का अब तक का सबसे अधिक तिमाही राजस्व मुख्य रूप से कुशल क्षमता उपयोग और नई परियोजनाओं के कारण था। भविष्य को देखते हुए, एपिग्रल को नई सुविधाओं के चालू होने के साथ निरंतर वृद्धि की उम्मीद है और इसका उद्देश्य हितधारकों के लिए मूल्य बनाना है।